देशव्यापी आह्वान पर संयुक्त किसान मोर्चा ने गिरिडीह में निकाला प्रतिवाद
गिरिडीह : संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम ) के देशव्यापी आह्वान पर आज गिरिडीह में भी कई किसान संगठनों ने संयुक्त रूप से प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य रूप से माले समर्थित अखिल भारतीय किसान महासभा तथा फॉरवर्ड ब्लॉक समर्थित ऑल इंडिया अग्रगामी किसान सभा से जुड़े लोगों ने एसकेएम के बैनर तले पहले झंडा मैदान गिरिडीह में धरना दिया और फिर वहां से अंबेडकर चौक होते हुए टावर चौक तक प्रतिवाद मार्च निकालकर मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध किया। बाद में उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त गिरिडीह के माध्यम से मांग पत्र भी प्रेषित किया।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता पूरन महतो तथा संचालन अशोक पासवान ने करते हुए मोदी सरकार को घोर किसान विरोधी बताकर इसके खिलाफ संघर्ष की जरूरत बताई। वहीं, अपने संबोधन में पूर्व विधायक सह अखिल भारतीय किसान महासभा के केंद्रीय नेता राजकुमार यादव ने कहा कि, मोदी सरकार किसान विरोधी है। केंद्र ने वादा करके भी किसानों के लिए एमएसपी कानून नहीं बनाया। अब आंदोलनकारी किसानों के दमन पर उतर चुकी है। सरकार कृषि उत्पादों का सरकारी बाजार खत्म करने पर तुली है। किसान सरकार की साजिश समझ रहे हैं, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को उनकी मांगें माननी ही होगी। नहीं तो बड़ा आंदोलन शुरू होगा। झारखंड के किसान और भी बदल हैं। इसके किए एकजुट होकर लड़ाई शुरू करनी होगी।पूर्व जिप सदस्य सह ऑल इंडिया अग्रगामी किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि, मोदी सरकार का किसान विरोधी चेहरा अब किसी से छिपा नहीं रह गया है। सरकार ने एमएसपी कानून नहीं बनाकर किसानों के साथ सीधा धोखा दिया है। इसके बिना किसानों का भला नहीं हो सकता। उन्होंने झारखंड में गैरमजरूआ भूमि का रसीद काटने की गारंटी करने की भी मांग की। कहा कि, झारखंड के किसान सस्ते में अनाज बेचकर बर्बाद हो रहे हैं। उनके खेत में सिंचाई भी नहीं है। श्री यादव ने किसानों को एकजुट होकर लड़ाई शुरू करने की अपील की।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजेश सिन्हा, विजय सिंह, मुस्तकीम अंसारी, शंभू ठाकुर, राजेंद्र मंडल, शिवनंदन यादव, रामलाल मंडल, मनोज यादव, रामकिशुन यादव, अरुण वर्मा, प्रदीप यादव, शंभू तुरी, ठाकुर मंडल, राजेश कोल, सदानंद स्वर्णकार, प्रदीप महतो, शंकर पांडे, नागेश्वर महतो, खेमलाल महतो, झारखंडी महतो, रोहित यादव, साहेब यादव, जीतन ठाकुर, महेंद्र साव, सुखदेव गोस्वामी, फोदार सिंह, नुनुबाबू सिंह सहित अन्य मौजूद थे।