
इनके अलावा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय के अध्यक्ष श्री अजय बगड़िया, सचिव श्रीमती संगीता बगड़िया ,सदस्य श्रीमती सोनल बगेड़िया , श्री निल रतन खेतान ,श्री आलोक मिश्रा इत्यादि रहे। कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की भव्य प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया गया ।इसके पश्चात मुख्य अतिथियो के द्वारा द्वीप प्रज्जवन किया गया। महाविद्यालय की प्रशिक्षुओं द्वारा स्वागत गान , संथाली नृत्य तथा स्वामी विवेकानंद पर कविता पाठ कर सबका मन मोह लिया गया। इसके बाद छात्राओं ने स्वामी जी के जीवन आदर्श पर अपने वक्तव्य रखें।
डॉक्टर बालेंद्र शेखर त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम मां भारती के अमृत पुत्र हैं परंतु अंग्रेजी शासन के दौरान हमारे उपलब्धियां को कम करने की चेष्टा की गई। स्वामी जी ने ऐसे समय में भारतीय संस्कृति के मन को संपूर्ण संसार में फैलाया ,वे भारत के आधुनिकरण के समर्थक थे,साथ ही उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदुओं पर भी प्रकाश डाला। अजय बगड़िया ने कहा कि अगर हमें सफलता प्राप्त करनी है तो प्रयास 100% करनी चाहिए, परंतु कर्म फल की इच्छा के बिना होना चाहिए।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल प्रसाद कुशवाहा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राध्यापिका वंदना चौरसिया, वीणा झा ,रजनी कुमारी, माधुरी कुमारी गुलफ़्शन अख्तर, सोनी कुमारी प्राध्यापक आर्गो चटर्जी ,आनंद पांडे अरनव सामंता, अरविंद कुमार, मृत्युंजय मिश्रा, अशोक पटेल, अमित कुमार पंकज गुच्छैत इत्यादि शामिल रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सत्र 2023_ 25 एवं सत्र 2024 _26 के छात्र छात्राओं का सक्रिय योगदान रहा।