ग्राम पंचायत विकास योजनाओं की इंट्री की जिम्मेदारी प्रज्ञा केंद्र संचालकों के ऊपर

गिरिडीह प्रखण्ड परिसर के सभागार में शुक्रवार को जिले के गिरीडीह, बेंगाबाद और गांडेय के प्रज्ञा केंद्र संचालकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंचायतो में कार्यरत प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने भाग लिया। रांची से आये मास्टर ट्रेनर कल्याण कुमार ने ग्राम पंचायत विकास योजनाओं की ऑनलाइन इंट्री करने के बारे में विस्तार से जानकारी दिए।
बताया पंचायतो के विकास के लिए हर वर्ष ग्राम सभा के जरिये जीपीडीपी तैयार किया जाता है। इस वर्ष भी ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा और पंचायतो के विकास के लिए योजनाओं का चयन किया जाएगा। चयनित योजनाओं का अंतिम प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसकी ई ग्राम स्वराज पोर्टल में ऑनलाइन इंट्री का कार्य कराया जाना है। ऑनलाइन इंट्री करने के लिए संचालकों को पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दिए। बताया पंचायत सचिव के साथ संचालक तालमेल बैठाकर ऑनलाइन का कार्य सम्पन्न करें। उन्होंने लाइव इंट्री के माध्यम से हर बिंदुओं की जानकारी दिए ।
प्रशिक्षण में पंचायत विकास के लिए 15 वें वित्त योजना के तहत मिली राशि मे 60 प्रतिशत राशि टाइड फंड में खर्च होगी इसके लिए आधी राशि जल और आधी राशि स्वच्छता पर खर्च के लिए योजनाएं चयनित की जाएगी। जबकि कुल आवंटन का 40 प्रतिशत राशि अनटाइड फंड में खर्च होगी। अन टाइड फंड की राशि खर्च के लिए 10 प्रतिशत एडमिनिस्ट्रेशन मद में , 25 प्रतिशत थीम में और 65 प्रतिशत राशि पंचायत विकास में खर्च होगी। प्रशिक्षण में फ्लेगसी योजना, पंचायत का अपना फंड सहित अन्य योजनाओं की जानकारी देते हुए इंट्री करने की प्रक्रिया बताई।
ईमानदारी से करें दायित्व का निर्वहन
जिला समन्वयक रूपेश कुमार ने कहा प्रज्ञा केंद्र संचालकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल रही है। किसी भी सूरत में गड़बड़ी नही करनी है। जो योजनाएं चयनित होने के बाद प्राथमिकता तय होकर पंचायत सचिव से मिलती है उसे सही तरीके से इंट्री का कार्य करें। कहा किसी भी वीएलई से शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। मौके पर सहयोगी प्रशिक्षक अमित कुमार वर्मा, विनोद मंडल और तीनो प्रखंडों के विभिन्न पंचायतो के वीएलई प्रवीण कुमार चरणपहाड़ी,शुभंकर कुमार,मिथलेश पंडित अभिषेक पाण्डेय,सत्येंद्र कुमार उपस्थित थे।